The Sad Break up Shayari .
बुलाओ “आज सब ‘आशिक़ों को- ग़मों की
महफ़िल : लगाते हैं…!!!
तुम ग़ालिब की किताबें उठा लाओ
हम दिल का हाल “सुनाते हैं
हम राहें मोहब्बत में कुछ इस तरह अंधे हो गए ।
इरादा था तुमसे नाराजगी का ,
मगर तुम जब सामने आए तो हम अपना होश खो गए ।।
किस कदर करूं मोहब्बत की तुझे मुझ पर यकीन हो जाए।
हम तो फकीर है तेरी चाहत के,
है अर्ज इतना कि तू मेरी महजबीन हो जाए ।।
उनकी जिंदगी में मेरी एहमियत घटाई जा रही है ।
जो बातें मुझे बतानी थी वही छुपाई जा रही है ।।
लिखकर रोज तेरे नाम को मिटा दिया करते हैं।
कुछ इस तरह भी हम तेरी यादों को भुला दिया करते हैं ।।
जो था वो एक सपना था, अब सपने बदल चुके हैं ।
जो हमे अपना कहते हैं, उनसे कहो कि अपने बदल चुके हैं ।।